5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT HANUMAN CHALISA EXPLAINED

5 Simple Statements About hanuman chalisa Explained

5 Simple Statements About hanuman chalisa Explained

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You happen to be golden colored; you will be shining inside your attractive apparel. You have stunning earrings as part of your ear and curly hair.

व्याख्या – मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन–रात्रि में चारों युग आते–जाते रहते हैं। इसकी अनुभूति श्री हनुमान जी के द्वारा ही होती है। अथवा जागृति, स्वप्न, सुषुप्ति एवं तुरीय चारों अवस्थाओं में भी आप ही द्रष्टारूप से सदैव उपस्थित रहते हैं।

chhūtahi ChhūtahiFreed / taken out bandiBandiShackles / bondage mahāsukha MahāsukhaGreat pleasure / bliss HoiHoiBe / is That means: He who recites this one hundred periods, he is going to be released/Lower from bondage of agony & sufferings and he can get Fantastic happniness/blissfulness.

हरिओम शरण की मधुर आवाज में हनुमान चालीसा

— Mahatma Gandhi Picture the strongest gentleman on this planet hurrying as a result of palace corridors, arms laden with publications. This was no imagined scene, but rather a true minute from the life of Roman Emperor

भावार्थ – हे नाथ श्री हनुमान जी ! तुलसीदास सदा–सर्वदा के लिये श्री हरि (भगवान् श्री राम) के सेवक है। ऐसा समझकर आप उनके हृदय–भवन में निवास कीजिये।

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

भावार्थ– आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया। इस कार्य से प्रसन्न होकर भगवान् श्री राम ने आपको हृदय से लगा लिया।

The Mexican acoustic-metal duo, Rodrigo Y Gabriela unveiled successful one named "Hanuman" from their album eleven:11. Just about every track around the album was built to pay tribute to a distinct musician that influenced the band, plus the music Hanuman is devoted to Carlos Santana.

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

A single who comes to You with any longing or a honest need obtains the abundance from the manifested fruit, which continues to be undying through everyday living.

सत्संग के द्वारा ही ज्ञान, विवेक एवं शान्ति की प्राप्ति होती है। यहाँ श्री हनुमान जी सत्संग के प्रतीक हैं। अतः श्री हनुमान जी की आराधना से सब कुछ प्राप्त हो सकता है।

व्याख्या – भजन अथवा सेवा का read more परम फल है हरिभक्ति की प्राप्ति। यदि भक्त को पुनः जन्म लेना पड़ा तो अवध आदि तीर्थों में जन्म लेकर प्रभु का परम भक्त बन जाता है।

[Hath=hand, Bajra=Mace as powerful as vajrayudha or diamond; au=and; dhvaja=flag; biraji=happen; kaandhe=on shoulders; munji=of munja grass; janeoo=upavita thread, sacred thread; Sajai=adorn ]

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